परिचय

खुर्जा शहर बुलन्दशहर जनपद के अन्तर्गत आता है एवं खुर्जा तहसील पर न्यायालय भी है। खुर्जा नगर एक प्रमुख औद्योगिक एवं व्यापारिक केन्द्र के रूप में विकसित हुआ है। यह नगर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश का उप केन्द्र है, जो कि दिल्ली से 90कि0मी0, मेरठ से 90कि0मी0 तथा बुलन्दशहर से 19कि0मी0 अलीगढ़ से 40 कि0मी0 की दूरी पर स्थित है। यह नगर सड़क मार्गों एवं रेल मार्गाें द्वारा प्रदेश के अन्य नगरों से भली भांति जुड़ा हुआ है।

खुर्जा नगर गंगा-यमुना नदियों के दोआब में स्थित है तथा महाद्वीपीय जलवायु क्षेत्र में होने के कारण अन्य मैदानी क्षेत्रों की भांति यहाँ भी ग्रीष्म काल में तेज गर्मी तथा शरद ऋतु में शीतलहर के प्रकोप के फलस्वरूप तेज ठंड होती है। गर्मियों में तापमान 44 डिग्री संेटीग्रेड तक तथा सर्दियों में न्यूनतम 4.50 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुँच जाता है। यहाँ पर वर्षा अधिकांषतः जून से सितम्बर माह तक होती है। शीत काल में पष्चिमी चक्रवातों के कारण कुछ वर्षा होती है, जो कि कृषि के लिए लाभकारी होती है।

उद्भव एवं विकास

ऐसा माना जाता है कि खुर्जा नगर का उद्भव राजा पृथ्वीराज चौहान के समय हुआ था। सुल्तान कुतुबुद्दीन ऐबक, सुल्तान फिरोजाशाह तुगलक तथा मुगल सम्राट अकबर भी किसी न किसी प्रकार खुर्जा से सम्बद्ध रहे है। खुर्जा के नामकरण के संबंध में विभिन्न मत हैं। कुछ लोगों का मत है कि महोबा युद्ध के बाद पृथ्वीराज चौहान ने प्रसन्न होकर राजपूतों को आठ गांव की जिम्मेदारी दी थी, जबकि कुछ के मतानुसार फिरोजाशाह तुगलक ने भाले सुल्तान को प्रसन्न होकर 100 एकड़ भूमि बिना लगान इनाम स्वरूप दी थी, जिसका लगान खारिज करने के कारण इसका नाम खारिजा पड़ा, जो बाद में खुरजा हो गया।

यह नगर अपनी सम्पन्नता, वैभव, धार्मिक प्रवृत्ति तथा शिक्षा के प्रति अभिरूचि के लिए प्रसिद्ध हैं। इस नगर में अनेक उच्च कोटि के साहित्यकार, विचारक, लेखक, कवि, वादक, प्रशिक्षक व सेठ-साहूकार हुए, जिन्होनें देश-विदेश में इस नगर की ख्याति को बढाया। तहसील खुर्जा के नवाब छतारी श्री अहमद सईद खाँ ब्रिटिश शासन काल में प्रथम भारतीय राज्यपाल बने । वह अलीगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे। तहसील के नवाब पहासू ने जयपुर का जौहरी बाजार निर्मित कराया।

खुर्जा का पॉटरी उद्योग भारत में ही नहीं बल्कि विदेश में भी विख्यात है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहाँ भारत सरकार द्वारा राजकीय पॉटरी प्रारम्भ की गयी। आज खुर्जा में बहुत बड़े पैमाने पर पॉटरी इकाईयों द्वारा विभिन्न प्रकार की वस्तुओं, जैसे बर्तन, चाय के सेट, फूलदान, टेबिल लैम्प, साइन्टिफिक गुड्स, इलैक्ट्रिक इंसुलेटर आदि, का निर्माण किया जा रहा है। खुर्जा शहर की ‘‘खुरचन’’ यहाँ की प्रसिद्ध मिठाई है। केन्द्रीय काँच एवं सिरेमिक अनुसंधान संस्थान खुर्जा में स्थित है।

SR.NO Officer Name Designation Mobile No
1 सुश्री निशा अनन्त, आई.ए.एस. उपाध्यक्ष 8191970111
2 श्री संतोष कुमार प्रभारी सचिव/वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी   8191002938
3 श्री सिराज अहमद अधीक्षण अभियन्ता (सिविल) 8449708910
4 श्री देवेन्द्र कुमार सहायक अभियन्ता (विद्युत यांत्रिक) 8191978662
5 श्री पारस कुमार सिंह सहायक अभियन्ता (सिविल) 0000000000
Khujra Development Authority